Journal of Advances in Developmental Research

E-ISSN: 0976-4844     Impact Factor: 9.71

A Widely Indexed Open Access Peer Reviewed Multidisciplinary Bi-monthly Scholarly International Journal

Call for Paper Volume 16 Issue 1 January-June 2025 Submit your research before last 3 days of June to publish your research paper in the issue of January-June.

जैसलमेर जिले का ऐतिहासिक व सांस्कृतिक पर्यटन - एक अध्ययन

Author(s) वैभव इणखिया
Country India
Abstract जैसलमेर शहर भारत की प्रमुख रियासतों में से एक है। इस शहर का इतिहास बड़ा ही गौरवषाली रहा है। ऐतिहासिक दृष्टि से जैसलमेर रियासत अपने समकालिन रियासतों से इनके संबंध अच्छे व मधुर रहे थे। स्थापत्य कला की दृष्टि से जैसलमेर रियासत सिरमौर रही है। यहां पर स्थित सोनार दुर्ग अपनी स्थापत्य कला के कारण विष्व विख्यात है। आधुनिक और पारम्परिक वैभव का अभूतपूर्व संगम जैसलमेर में थार मरूस्थल चारों ओर फेला हुआ है। इस थार मरूस्थल के बीचों-बीच स्थित यह शहर जैसाण अपने यहां पर स्थित सोनार किले के कारण शानदार प्रतीत होता है।
एक नजर इस शहर पर डाले तो सभी मकान पीले पत्थर के कारण स्वर्णिम दिखाई देते है। त्रिकूट पहाड़ी पर स्थित पीले पत्थरों से निर्मित सोनार किला समृद्ध और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा है।
इस किले के पास शहर में स्थित हवेलियां व छतरियां भी अपनी स्थापत्य कला के कारण पूरे विष्व भर में प्रसिद्ध है।
वर्तमान समय में जैसलमेर को ऐतिहासिक ओर पर्यटन स्थल के रूप में देखने के लिए भारत ही नहीं बल्कि संपूर्ण संसार से पर्यटक पूरे साल आते रहते है।
इस कारण जैसलमेर शहर का सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक पर्यटन बहुत महत्वपूर्ण है।
Keywords -
Field Arts
Published In Volume 16, Issue 1, January-June 2025
Published On 2025-03-12
Cite This जैसलमेर जिले का ऐतिहासिक व सांस्कृतिक पर्यटन - एक अध्ययन - वैभव इणखिया - IJAIDR Volume 16, Issue 1, January-June 2025.

Share this